तन तो है परदेस में,
मन मगर स्वदेश में। लंच - ब्रंच परदेस में,
चूरा - दही स्वदेश में। पब - क्लब इत्यादि परदेस में,
चबूतरे पर होती बातें स्वदेश में। पिज़्ज़ा-बर्गर परदेस में,
लिट्टी चोखा हैं स्वदेश में। पेट नहीं भरता परदेस में,
भूख- प्यास तो हैं स्वदेश में। सूट-बूट मगर पहनते परदेस में,
धोती कुर्ता का है चलन स्वदेश में। फैशन की है होड़ परदेस में,
सादगी का बोलबाला स्वदेश में। सुट्टा चाय परदेस में,
पान सुपारी स्वदेश में।