Pranjali Sirasao?इंतज़ार, थमा सा दरवाज़े पर नमी, रूकी सी पलकों के किनारों पर ऐ ख़्वाबों, मुझको और कितना जगाओगे जाओ, उन्ही से पूछो कि तुम कब आओगेNov 13, 2016Nov 13, 2016
Pranjali Sirasaoजीशाहर दिन किसी लड़की की इज्ज़त लूटी जाती है हम मोमबत्तियाँ जलाते हैं शर्मसार होते हैं कभी लड़की को तो कभी उसके घरवालों को दिलासा देते हैं…May 3, 2016May 3, 2016
Pranjali Sirasaoतलाशनक़ाब के पीछे एक चेहरा तलाश रही हूँ वो धड़कन जो मेरी धड़कनों के साथ सुर मिला सके उस दिल को खोज रही हूँ मैं नकाबों की इस भीड़ में एक इंसान ढूंढ…Feb 11, 2016Feb 11, 2016
Pranjali Sirasaoशिनाख़्तकहीं किसी दुकान पर, कॅम्पस में या यूं ही आवाजाही में गोलियां आजकल सरे आम चलती हैं कुछ लोग कुछ लोगों को मारते हैं, ढेरों गोलियाँ चलाते हैं…Dec 3, 2015Dec 3, 2015
Pranjali Sirasaoकाफ़िलादोस्तों का काफ़िला यूं ही बढ़ता जाता है मुझको अजनबियों से बातें करना अच्छा लगता है अक्सर कोई कहानी या किस्सा सुनाता है और फ़िर मुझे वो जाना…Nov 9, 20151Nov 9, 20151
Pranjali Sirasaoख़ुशीऐ दिल मत सोच, ना हो उदास उठा कोई वीणा, छेड़ दे तान या गा ले खुशी का गान चल पड़ निकल जा ढूंढ ले अपनी खुशी का रास्ता न मिले वो फ़िर भी ऐ दिल मत…Nov 8, 2015Nov 8, 2015
Pranjali Sirasaoडूबता सूरजवो रोज़ होता है लेकिन हर बार अलग होता है वो रोज़ होता है लेकिन उतना ही सुंदर होता है इधर जब वो डूबता है उधर वो उग रहा होता है लेकिन फ़िर भी इस…Nov 8, 2015Nov 8, 2015
Pranjali Sirasaoझरनापहाड़ो से निकला पत्थरों से टकराकर वो बढ़ चला गिरा ज़ोरों से फ़िर भी ना रुका नहीं थमा, बस बढ़ चला इतना प्यार समंदर से कि अपनी ही धुन में उससे…Nov 7, 2015Nov 7, 2015
Pranjali Sirasaoमनआग जब हो दीये में, तो लगती है जैसे कोई शांत धुन ठंड हो अगर तो अलाव में वही आग देती है सुकून चूल्हे में जब जलती है तो फ़िर खाना देती है दो…Nov 7, 2015Nov 7, 2015