व्यंग्य नज्म बस्ती#व्यंग्य — संत माल्या का बावासीर पर उपदेशमाल्या को कौन नही जानता है। समाज सुधारक माल्या पहले ऐसे नही थे। यदि उनके संत बनने के पहले की जिंदगी देखेंगे तो आपको उनका एक ऐसा जीवन मिलेगा…Mar 15, 2016Mar 15, 2016
व्यंग्य नज्म बस्तीचाटुकार और सलाहकारबहुत समय पहले कॉलेज में पढ़ा था की राजा के दरबार में उसकी तारीफ करने के लिए कवि और चाटुकार रख्खे जाते थे। चाटुकार का काम क्या था ये आप को…Mar 4, 2016Mar 4, 2016
व्यंग्य नज्म बस्ती#व्यंग्य — कोयले की चोरी और गब्बरपिछले सात दिनों से काली पहाड़ी पर बिजली का अता-पता नहीं था। गब्बर ने पिछले सात दिनों से अर्नब गोस्वामी को नहीं देखा था। गब्बर अर्नब गोस्वामी…Mar 2, 2016Mar 2, 2016
व्यंग्य नज्म बस्तीपंडित तोताराम बने पत्रकारहर रोज ऑफिस आते-जाते पंडित तोताराम को देखने की इतनी आदत हो गयी थी की बिना तोताराम के ऑफिस जानेवाली सड़क सुनी-सुनी लगती थी। इस बार बनारस से…Mar 1, 2016Mar 1, 2016
व्यंग्य नज्म बस्ती#व्यंग्य — श्री राम अयोध्या से लापताभगवान श्री राम का पिछले १५ दिनो से कोई अता-पता नहीं था। अयोध्या में सभी लोग बहुत चिंतित थे। भगवान श्री राम बिना किसी को बताये इतने दिन के…Feb 29, 2016Feb 29, 2016