Archana Anupriya"रात के अँधेरे से"रात के अंधेरे से निकलता है उम्मीदों का सूरज प्रकाशित होती है ख्वाहिशें हर क्षण, प्रतिपल करती है जिंदगी एक नए युग का आरंभ…Jan 7, 2023Jan 7, 2023
Archana Anupriyaबड़ा अनोखा है मन…जब भी किसी एक बात या किसी एक तथ्य पर केंद्रित होना चाहें,मन भागने लगता है। उस वक्त उस बात या तथ्य के अलावा दूसरी बहुत सी बातें याद आने…Aug 1, 2019Aug 1, 2019
Archana Anupriya"सूरज"नभ के ललाट पर चमकता सितारा हूँ मैं खौफ खाते हैं अँधेरे मुझसे ऐसा एक उजियारा हूँ मैं.. दिन रात कर्म पथ पर बिना रुके चलता रहता हूँ हर जीव के…Jan 16, 2019Jan 16, 2019
Archana Anupriya"सूरज"नभ के ललाट पर चमकता सितारा हूँ मैं खौफ खाते हैं अँधेरे मुझसे ऐसा एक उजियारा हूँ मैं.. दिन रात कर्म पथ पर बिना रुके चलता रहता हूँ हर जीव के…Jan 16, 2019Jan 16, 2019
Archana Anupriya"आईना"कल जब मैंने आईना देखा, खुद को बहुत परेशाँ देखा.. थी बालों में सफेदी, और, गालों पर झुर्रियां... सोचने लगी मैं-"हाssयय ! ये मेरा अक्स है…Aug 23, 2018Aug 23, 2018
Archana Anupriyaमन की बातों को कागज पर उतारना अपने आप में बड़ा अनोखा होता है। जो आप महसूस करते हैं , कितनी भी कोशिश…अर्चना अनुप्रिया।Aug 22, 2018Aug 22, 2018