अपने लफ़्ज़ों के बीच कभी मैं साहिर कभी पाश में हूँ..मैं तुम्हारे होठों के बीच कहीं सुकून की तलाश में हूँ।Mar 2, 20232Mar 2, 20232
Tum ho zindagi ke khush rang yaad rakhne mein maahir,Par afsos tumhara main hee hoon.Feb 20, 20233Feb 20, 20233
मैंने डूबतेमैंने डूबते सूरज को भी सलाम किया हैं, शायद तभी हाथों की लकीरों को अपना गुलाम किया हैं।Jan 31, 20234Jan 31, 20234
कभी धवलकभी धवल सा चाँद मैं कभी पीली सी धूप मै कभी झूठ सा सुन्दर मैं कभी यथार्थ सा कुरूप मैं।Jan 31, 20232Jan 31, 20232
बाद तुम्हारी अलमारी खोली और मिला तुम्हारी खुशबू से जिसे मैं जानता हूँ तुमसे भी बेहतर क्यूंकि वो…Jan 31, 20233Jan 31, 20233
Sabko khush“Sabko khush rakhne ki chaahat mein hum apni chaahat bhool gaye, Sabka maano avkaash thha, hum akele hee school gaye.” -Ayushmann — — — — —…Jan 31, 2023Jan 31, 2023