फ़राज़-सौरभi won’t complete thisThere will be times in your life when you won’t get what you had wished for. You’ll see other people around you with all of it and it…Oct 4, 2019Oct 4, 2019
फ़राज़-सौरभShoes & Soulsthere were two shoes two brown shoes too brown shoes they said those were the Chelsea onesSep 7, 2019Sep 7, 2019
फ़राज़-सौरभजावेदनियाँआस्मां में शाम से ठहरे हुए बादल , लड़ते झगड़ते धीरे धीरे आगे बढ़ते हुए अपने अपने अधूरे सावन लिए उड़ रहे थे | हवाएं इक अजीब सी उदासी लिए किसी…Sep 2, 2019Sep 2, 2019
फ़राज़-सौरभPermission to GrieveThe aching days are hurriedly calling out unrequited nightsAug 9, 2019Aug 9, 2019
फ़राज़-सौरभOctober : The Forgotten PoemIf I could photograph what October looked likeJun 11, 2019Jun 11, 2019
फ़राज़-सौरभमेरी और तुम्हारी शामें — Part 1सर्द हाथों से ये फीकी फीकी सी तपिश मेरे अँगुलियों को चिढाके धीरे धीरे बल खाती हुई मेरी मुट्ठी से निकलती जा रही थी| शायद उसे हवाओं ने…Nov 24, 2018Nov 24, 2018
फ़राज़-सौरभज़िन्दगी-एक बॉयोस्कोपऐ ज़िन्दगी तू कितने नंबर का चश्मा पहनती है ? दिखाई नहीं देता है तुझे कुछ भी बिना उसकेSep 19, 2018Sep 19, 2018
फ़राज़-सौरभनीली शख्सियतलार्जिशों से, जिल्लतों से जबीं पे उसके सिर्फ़ एक शिकन थी फकत तशरीह भी जब्त हो गईSep 13, 2018Sep 13, 2018