Gopesh Mohan Jaswalकलम आज उनकी जय बोल(स्वतंत्रता दिवस की सत्तरवीं वर्षगाँठ पर एक बाल-रूपक प्रस्तुत है. इस रूपक में देशभक्तिपूर्ण गीतों, नज़्मों के माध्यम से गुरु जी अपने…Aug 14, 2017Aug 14, 2017
Gopesh Mohan Jaswalवसीयतसितम्बर, 1942 की एक शाम का वाक़या (घटना) था. शेख कुर्बान अली ने अपनी हवेली में कोतवाल हरकिशन लाल की बड़ी आवभगत की और उनको विदा करते वक़्त उनकी…Aug 7, 2017Aug 7, 2017
Gopesh Mohan Jaswalकलम का सिपाहीकलम के सिपाही मुंशी प्रेमचंद की जयन्ती हर साल 31 जुलाई को मनाई जाती है. इस दिन उनकी जन्मभूमि लमही में उनके टूटे-फूटे स्मारक में एक समारोह…Jul 30, 20172Jul 30, 20172
Gopesh Mohan Jaswalतंज़ के बादशाह अकबर इलाहाबादीअकबर इलाहाबादी हमारे जैसे लाखों-करोड़ों लोगों के सबसे प्रिय शायर हैं. उनकी व्यंग्य रचनाओं ने न जाने कितने कवि और लेखकों को तंज़ की दुनिया में…Feb 14, 2017Feb 14, 2017