सितारे अपनी सुंदरता के लिए दुनिया के मोहताज नहीं होते; उनकी सुंदरता हमें ऊपर देखने के लिए सहज ही आकर्षित करती है। हममें से ज्यादातर लोगों के बीच में — डॉ. गौतम घोष — एक अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लेखक, शिक्षाविद, योग्यता के पैरोकार, काउंटर टेररिज़्म पर एक शोधकर्ता, एक सुधारक के रूप में जाने जाते हैं, लेकिन चौंकाने वाली बात तब सामने आती है जब मोटे-मोटे शब्दों में अखबार द इंडियन वायर में दिनांक 12 मार्च 2019 को — “BJP Catches Big in West Bengal Ahead Of Polls; Two Congress and One TMC Leader Join Saffron Party

(https://www.theindianwire.com/politics/bjp-catches-big-west-bengal-two-inc-one-tmc-join-party-109547/)

खबर छपती हैं। इस बारे में और जानकारी हासिल करते हुए मैं एएनआई (11 मार्च 2019) की एक खबर पर पहुंचा, जिसमें लिखा था — डॉ. घोष ने कॉंग्रेस की उस कोर कमेटी में कार्यरत थे जो आमतौर राजनीतिक दंगल के माहिरों, मार्शल या सबसे अच्छे दिमागों का जमावड़ा होती है, अपनी वैचारिक संतुष्टि के लिए मुझे अनेक स्रोतों से पश्चिम बंगाल में भाजपा की बढ़ती संभावनाओं के और भी समाचार मिले जैसे — “Rising prospects of BJP in West Bengal: Leaders of Congress and TMC join BJP” ( https://national.janamtv.com/rising-prospects-of-bjp-in-west-bengal-leaders-of-congress-and-tmc-join-bjp-6229/

वैसे ! जहां तक मैं समझता हूं थिंक टैंक का मुख्य कार्य नीति निर्माताओं को स्वतंत्र अभियोग्यता प्रदान करना हैं लेकिन तभी तक जब तक कि वे राजनीतिक रूप से खुद भी प्रासंगिक बने रहें (.BarI Wess) — अक्सर ऐसे पारंपरिक विचार, सभी स्थितियों में सिर्फ और सिर्फ विजय सुनिश्चित करते हैं!! — (लेखक, 2013)।

निश्चित रूप से इस बात ने मुझे इस आदमी के बारे में और अधिक जानकारी एकत्रित करने के लिए प्रेरित किया कि यह शक्स जो दुनिया भर में लोगों के बीच तो कम ही देखा गया, लेकिन अधिक महसूस किया गया। थिंक टैंक में श्रेष्ठता कि श्रेणी में- उन्हें उच्चतम सोपानों में जाना जाता है — जो राजनीतिक दलों की जीत या हार सुनिश्चित कर सकता है।

जैसा कि अपने अध्ययन में मैंने पाया, डॉ. घोष विद्वत व्यक्तित्व के धनी हैं — उनकी दृष्टि की गहराई को-उनके लेखों के माध्यम से ही समझा जा सकता है — शोसल मीडिया पर उनके अलग तरीके के पोस्ट (भविष्यवाणियां) अक्सर दुनिया भर में बुद्धिजीवियों को शांत बैथे रहने को विवश कर देती हैं। उनमें से मुख्य रूप से डोनाल्ड ट्रम्फ, वालमिंदर पुतिन, इटली में 2018 के ग्यूसेप कोंटे, बांग्लादेश कि

शेख हसीना, श्री नरेंद्र मोदी की 300 से अधिक सीटों के साथ जीत की भविष्यवाणियां उल्लेखनीय हैं, जो उन्होंने 5 मई 2019 को सोशल मीडिया पर यह उद्धृत करते हुए की थी — (अबकी बार — 300 पार — मोदी सरकार — मेरा प्यार)। वैसे पाकिस्तान में भी चुनाव के पूर्व ही उन्होने इमरान खान की जीत की भविष्यवाणी कर दी थी — ऑल प्रोग्रेसिव कांग्रेस (एपीसी) से नाइजीरिया के राष्ट्रपति, मुहम्मदू बुहारी की जीत, इंडोनेशिया के जोको विडोडो (जोकोवी) और अंत में उन्होंने जस्टिन ट्रूडो की जीत की भविष्यवाणी एक कविता के साथ इस तरह की है-! “

वैसे मैं तह-ए-दिल से महसूस कर सकता हूं कि “डॉ. घोष बेहतरीन राजनीतिक विश्लेषकों में से एक हैं और उन्होंने पिछले दो दशकों से राजनीतिक रणनीतिकार के रूप में प्रभावी कार्य किया है, वे सभी के बीच में रहकर भी सबके लिए एक विशेष पहेली बने रहे हैं। व्यावसायिक रूप से आज की तारीख में वह एक कुशल राजनेता हैं, जो भारत में एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल के प्रमुख सदस्य भी हैं; जिसने हितधारकों के हितों, लक्ष्यों और मूल्यों के बारे में कौशल, ज्ञान और निर्णय के साथ ही आत्म-जागरूकता, आत्म-नियंत्रण और प्रभाव के पूरी तरह से सम्मिश्रण की बेहतरीन क्षमता के साथ दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का चुनाव जीता है। सामंजस्य स्थापित करने की शक्ति के साथ, दूसरों के दमन के लिए खड़े होने के साथ संघर्ष से रचनात्मक परिणामों के मध्य वह एक पहेली बने हुए हैं। ”(एशिया पैसिफिक न्यूज 365)।

प्रायः लोगों के द्वारा उनके कौशल, गठजोड़ की संभावनाओं और इसके साथ ही रणनीतिक मार्गदर्शन के साथ ही एक विशेष लक्ष्य के लिए विभिन्न रुचियों, लक्ष्यों और उद्देश्यों को संरेखित करने के लिए उनकी काफी सराहना की जाती रही है। उनके पास “दूसरों को काम को प्रभावी ढंग से समझने की क्षमता, और इस तरह के ज्ञान का उपयोग दूसरों को प्रभावित करने के साथ किसी व्यक्ति के व्यक्तिगत या संगठनात्मक उद्देश्यों में विस्तार के लिए उस क्षमता का अद्भुत प्रयोग करने की अपनी पृथक युक्ति है”। (फेरिस, ट्रेडवे एट अल, 2005 मेरे निजी शोध के संदर्भ में यदि मुझसे पूछा जाए तो, मैंने उन्हें एक कुशल व्यक्ति के रूप में पाया, जिसने लोगों के साथ ही सामाजिक स्थितियों के प्रतिपादक पर्यवेक्षक होने के माध्यम से सामाजिक सूक्ष्मता का प्रदर्शन किया है। उन्होंने सामाजिक अंतःक्रियाओं की गतिशीलता और उसके प्रभाव को पूरी तरह से समझा है और अपने व्यवहार के साथ-साथ दूसरों को भी मजबूत आत्मनिरीक्षण और पारस्परिक कौशल दिखाने के लिए आत्म-मूल्यांकन के लिए प्रेरित किया है।

एक राजनेता के रूप में वह एक ईमानदार व्यक्ति हैं, जो नैतिकता, प्रामाणिकता, ईमानदारी के उच्च स्तर को प्रदर्शित करता है, उनका निजी चरित्र खुले दिमाग का है, सीधा है साथ ही संकल्प और आत्मविश्वास को प्रेरित करता है। इनके बाद भी कहीं न कहीं उनके विराट व्यक्तित्त्व की गहराई को मैं समझने में उन्हे ‘पहेली’ सा पाया है, इस विभूति का सम्पूर्ण विश्लेषण संभव नहीं है।

वैसे ! जहां तक मैं समझता हूं थिंक टैंक का मुख्य कार्य नीति निर्माताओं को स्वतंत्र अभियोग्यता प्रदान करना हैं लेकिन तभी तक जब तक कि वे राजनीतिक रूप से खुद भी प्रासंगिक बने रहें (.BarI Wess) — अक्सर ऐसे पारंपरिक विचार, सभी स्थितियों में सिर्फ और सिर्फ विजय सुनिश्चित करते हैं!! — (लेखक, 2013)।

निश्चित रूप से इस बात ने मुझे इस आदमी के बारे में और अधिक जानकारी एकत्रित करने के लिए प्रेरित किया कि यह शक्स जो दुनिया भर में लोगों के बीच तो कम ही देखा गया, लेकिन अधिक महसूस किया गया। थिंक टैंक में श्रेष्ठता कि श्रेणी में- उन्हें उच्चतम सोपानों में जाना जाता है — जो राजनीतिक दलों की जीत या हार सुनिश्चित कर सकता है।

जैसा कि अपने अध्ययन में मैंने पाया, डॉ. घोष विद्वत व्यक्तित्व के धनी हैं — उनकी दृष्टि की गहराई को-उनके लेखों के माध्यम से ही समझा जा सकता है — शोसल मीडिया पर उनके अलग तरीके के पोस्ट (भविष्यवाणियां) अक्सर दुनिया भर में बुद्धिजीवियों को शांत बैथे रहने को विवश कर देती हैं। उनमें से मुख्य रूप से डोनाल्ड ट्रम्फ, वालमिंदर पुतिन, इटली में 2018 के ग्यूसेप कोंटे, बांग्लादेश की

शेख हसीना, श्री नरेंद्र मोदी की 300 से अधिक सीटों के साथ जीत की भविष्यवाणियां उल्लेखनीय हैं, जो उन्होंने 5 मई 2019 को सोशल मीडिया पर यह उद्धृत करते हुए की थी — (अबकी बार — 300 पार — मोदी सरकार — मेरा प्यार)। वैसे पाकिस्तान में भी चुनाव के पूर्व ही उन्होने इमरान खान की जीत की भविष्यवाणी कर दी थी — ऑल प्रोग्रेसिव कांग्रेस (एपीसी) से नाइजीरिया के राष्ट्रपति, मुहम्मदू बुहारी की जीत, इंडोनेशिया के जोको विडोडो (जोकोवी) और अंत में उन्होंने जस्टिन ट्रूडो की जीत की भविष्यवाणी एक कविता के साथ इस तरह की है-! “

वैसे मैं तह-ए-दिल से महसूस कर सकता हूं कि “डॉ. घोष बेहतरीन राजनीतिक विश्लेषकों में से एक हैं और उन्होंने पिछले दो दशकों से राजनीतिक रणनीतिकार के रूप में प्रभावी कार्य किया है, वे सभी के बीच में रहकर भी सबके लिए एक विशेष पहेली बने रहे हैं। व्यावसायिक रूप से आज की तारीख में वह एक कुशल राजनेता हैं, जो भारत में एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल के प्रमुख सदस्य भी हैं; जिसने हितधारकों के हितों, लक्ष्यों और मूल्यों के बारे में कौशल, ज्ञान और निर्णय के साथ ही आत्म-जागरूकता, आत्म-नियंत्रण और प्रभाव के पूरी तरह से सम्मिश्रण की बेहतरीन क्षमता के साथ दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का चुनाव जीता है। सामंजस्य स्थापित करने की शक्ति के साथ, दूसरों के दमन के लिए खड़े होने के साथ संघर्ष से रचनात्मक परिणामों के मध्य वह एक पहेली बने हुए हैं। ”(एशिया पैसिफिक न्यूज 365)।

प्रायः लोगों के द्वारा उनके कौशल, गठजोड़ की संभावनाओं और इसके साथ ही रणनीतिक मार्गदर्शन के साथ ही एक विशेष लक्ष्य के लिए विभिन्न रुचियों, लक्ष्यों और उद्देश्यों को संरेखित करने के लिए उनकी काफी सराहना की जाती रही है। उनके पास “दूसरों को काम को प्रभावी ढंग से समझने की क्षमता, और इस तरह के ज्ञान का उपयोग दूसरों को प्रभावित करने के साथ किसी व्यक्ति के व्यक्तिगत या संगठनात्मक उद्देश्यों में विस्तार के लिए उस क्षमता का अद्भुत प्रयोग करने की अपनी पृथक युक्ति है”। (फेरिस, ट्रेडवे एट अल, 2005

मेरे निजी शोध के संदर्भ में यदि मुझसे पूछा जाए तो, मैंने उन्हें एक कुशल व्यक्ति के रूप में पाया, जिसने लोगों के साथ ही सामाजिक स्थितियों के प्रतिपादक पर्यवेक्षक होने के माध्यम से सामाजिक सूक्ष्मता का प्रदर्शन किया है। उन्होंने सामाजिक अंतःक्रियाओं की गतिशीलता और उसके प्रभाव को पूरी तरह से समझा है और अपने व्यवहार के साथ-साथ दूसरों को भी मजबूत आत्मनिरीक्षण और पारस्परिक कौशल दिखाने के लिए आत्म-मूल्यांकन के लिए प्रेरित किया है।एक राजनेता के रूप में वह एक ईमानदार व्यक्ति हैं, जो नैतिकता, प्रामाणिकता, ईमानदारी के उच्च स्तर को प्रदर्शित करता है, उनका निजी चरित्र खुले दिमाग का है, सीधा है साथ ही संकल्प और आत्मविश्वास को प्रेरित करता है। इनके बाद भी कहीं न कहीं उनके विराट व्यक्तित्त्व की गहराई को मैं समझने में उन्हे ‘पहेली’ सा पाया है, इस विभूति का सम्पूर्ण विश्लेषण संभव नहीं है।

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