Mukeshkumr

Mukeshkumr

आई मिलन की बेला है नहीं होती है अब इंतजार तेरी सगाई में ज़ुल्फ़ को ले आज दूं मैं संवार ज़िंदगी हसीन है इससे प्यार करो हर रात की नई सुबा का इंतज़ार करो।