Taresh Pandeyinख्वाहिशों के परतलाशऐ मतलबी से लोग , ऐ मतलबी सी दुनिया अपने आप की ख़ोज में, ये मैं कहाँ आया ! नक़ाबों के इस मेले में, अपना चेहरा ही छुपा आया; साथ ले चला हूँ, आज…Dec 12, 2016Dec 12, 2016
Taresh Pandeyinख्वाहिशों के परHey folks I Taresh Pandey really grateful for your love and appreciation that you have given me for…बेक़रार सी बातें है, होठों तक जो आती नहीं; सोचता रहूँ अन्दर ही अन्दर, खुद को भी समझा पाता नहीं !! सूनी सी राहों पर लगे क्यूँ अकेला नहीं…Sep 25, 20161Sep 25, 20161
Taresh Pandeyinख्वाहिशों के पररिश्तेयूँ तो हर किसी के अपने से होते है रिश्ते ; कभी सहयोग से , तो कभी बोझल से होते है रिश्ते ! मन के आँगन में कभी उपवन ; तो कभी नागफनी से होते…Sep 15, 2016Sep 15, 2016
Taresh Pandeyinख्वाहिशों के परअसहिष्णुताअक्सर लोग बातें तो करते है ; सच को छोड़, झूठ का सहारा लिया करते है ! संवेदना विहीन इस जग में ; हमदर्द तलाशा करते है ! क्यूँ नहीं खुलती…Aug 13, 20162Aug 13, 20162
Taresh Pandeyinख्वाहिशों के परमनमेरे मन का सागर, जैसे तरस रहा है शब्दों को ! व्यक्त न कर पाया अभिव्यक्ति , जो तरस रही है भावों को; कभी कोई विचार कोंध उठता है, ह्रदय के…Aug 2, 20161Aug 2, 20161
Taresh Pandeyinख्वाहिशों के परAll About LifeLife becomes serious When it’s edges turn too sharp.Aug 1, 20161Aug 1, 20161