Pratima Tripathiगणतन्त्र दिवसआज सुबह देशभक्ति के गीतों से नींद टूटी। दूर कहीं बज रहा है ‘मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे- मोती’ किसी समय मे ये बात सही रही होगी पर…Jan 26, 2018Jan 26, 2018
Pratima TripathiinIndiaMagआइये बाल दिवस मनाएँ..सबसे पहले ज्ञानीजनों के मोटे-मोटे कोटेशन्स सोशल मीडिया पर चिपकाएँ! उसके बाद जिन्हें हम न शुद्ध हवा दे सकते हैं न पानी, न खुला आसमान, न…Nov 14, 2017Nov 14, 2017
Pratima TripathiinIndiaMag‘प्यार,जूनून और वासना’.. एक मासूम की नज़र से।वो एक अच्छे नैन-नक्श वाली ख़ूबसूरत लड़की, सबसे हिली-मिली हुई, सबकी नज़रों में बसी हुई, दुनियाँ की जालसाज़ियों से अनजान मासूम और भोली। उस समय…Nov 23, 20162Nov 23, 20162
Pratima TripathiinIndiaMagज़िन्दगी.. कुछ अपने लिए भी“उसकी बायीं आँख में जब तक कोई आँसू उबलता तब तक दाहिनी आँख से एक आँसू छलक चुका होता लेकिन अजीब बात ये कि इस दौरान उसका चेहरा भावविहीन ही बना…Nov 16, 20161Nov 16, 20161