Ranjana MishrainIndiaMagबाल दिवस ! बाल दिवस ?अख़बार के तीसरे पन्ने की खबर है — एक सोलह वर्ष के किशोर ने सात वर्ष के बच्चे की हत्या सिर्फ़ इसलिए कर दी कि आगामी पी टी एम टाली जा सके…Nov 13, 20172Nov 13, 20172
Ranjana MishrainIndiaMagगुरूर ब्रह्मा गुरूर विष्णु, गुरु देवो महेश्वरा, गुरु साक्षात परब्रह्म, तस्मै श्री गुरुवे नमःI was probably around eight years old, very keen to start music lessons and unable to wait till my parents find me a good music teacher…Mar 30, 20172Mar 30, 20172
Ranjana MishrainIndiaMagमुक्तिमोबाइल स्क्रीन पर मिसेज़ बानेदार का नंबर चमका और मुझे उनका फोन रिसीव करने की इच्छा नहीं हुई . वैशाली के जाने के बाद से यही होता है . मिसेज़…Mar 17, 20172Mar 17, 20172
Ranjana Mishraघर से मुश्किल से दस मीटर की दूरी पर एक छोटा सा जंगल , उसके अंदर छोटी सी इंसानी बस्ती और इस जंगल के…कई नए नए अपार्टमेंट उग आए हैं जंगल के इस किनारे पर . अपार्टमेंट की तरफ आने के लिए मुड़ते ही सड़क छोटी सी गली में तब्दील हो जाती है, और शहर…Feb 24, 2017Feb 24, 2017
Ranjana MishrainIndiaMagक्या है ज्ञान? और किसलिए ज्ञान?हमारे सामने दो ही सच्चाइयाँ हैं, एक जीवन दूसरी मृत्यु. इनके बीच की सारी स्थितियाँ परिवर्तन और संघर्ष से उपजी विभिन्न भावात्मक, मानसिक और…Feb 23, 20172Feb 23, 20172
Ranjana MishrainIndiaMagBE THE CHANGE YOU WANT TO SEEAttending chores in the morning, hurrying to work and in the meantime blaming kaamwali bai for being late, grocery wala for sending stale…Dec 29, 2016Dec 29, 2016
Ranjana MishrainIndiaMagThe Girl on the PavementI am not much of a night wanderer (not that I don’t like it, but my responsibilities don't allow me to be that adventurous) so when I get a…Dec 1, 20161Dec 1, 20161
Ranjana Mishra‘असीम आवश्यकता नहीं तृष्णा होती है’ — जैनेंद्र कुमारजी हाँ, यही थे जैनेंद्र कुमार. कम शब्दों में गहरी दार्शनिक सोच और मनोविज्ञान के साथ आधुनिकता का अद्भुत संगम!Dec 1, 2016Dec 1, 2016
Ranjana MishrainIndiaMagस्त्री की देह: ‘मित्रो मरजानी ‘ से ‘पार्च्ड ‘ तक का सफ़रसाठ के दशक में कृष्णा सोबती का एक उपन्यास आया था ‘मित्रो मरजानी’। उपन्यास अपनी आँचलिक भाषाई तेवर और कथावस्तु की वजह से काफ़ी चर्चा में रहा…Nov 5, 20161Nov 5, 20161