IMPORTANCE OF MAP IN REAL ESTATE !

Sandeepnighut
5 min readJun 1, 2020

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IMPORTANCE OF MAP IN REAL ESTATE !

MAP या नक्शा ये हमें हमेशा ही दिशादर्शक रहा है । हमें आपने मंजिल तक जाने के लिए हम आजकल गूगल मैप का इस्तमाल करते है । गूगल मैप जिस तरह हमें मार्गदर्शक और दिशा दर्शक होता है उसी तरह रियल इस्टेट मै भी हर एक चीज को अच्छे से समजने के लिए नक्शा ही उपयोग मै लाया जाता है ।

जमींन खरेदी हो या फिर कोई बंगलो या प्लोट हर बार हमें प्रॉपर्टी का डिमार्केशन नक्शे से ही पता चलता है ।

किसी भी कार्य को करने के पहले उसकी एक योजना बनाई जाती है और उस योजना को कागज पर उतारा जाता है ये योजना ही उस कार्य का नक्शा होता है ।

हमें हमारे गंतव्य स्थान तक पहुचने में नक़्शे का बहुत बड़ा उपयोग होता है ।

उसी प्रकार हमें प्रॉपर्टी के खरेदी मै भी अनेक प्रकार के नक्शे उपयुक्त होते है ।

Different Type Of MAP’S

Village Map गाव नकाशा !

किसी भी जमीन को खरेदी करने से पहले उसका ७/१२ उतारा देखा जाता है । साथ ही देखा जाता है उस जमीन का नक्शा ।

हर एक गाव का अपना एक गाव नकशा होता है ।

उस गाव नक़्शे मै गाव के सम्पूर्ण जमीन के नम्बर दिखाए होते है ।

कौन सा नम्बर कौनसे नम्बर के आसपास आता है इस बात का पता गाव नक्शा से पता चल जाता है ।

अगर समज लो हम कोई गट नम्बर खरेदी कर रहे है । तो हम गाव नक्शे मै उसके आसपास के नम्बर देखकर उनके मालिको से पूछताछ करके अपना नम्बर सही होने की पुष्टि ले सकते है ।

और हमें खरेदी लेने वाले गट नम्बर के चारो दिशाओ मै कौनसे नम्बर आते है इसका भी पता लग जाता है । इन चारो दिशाओ की नम्बर को चतु:सिमा कहते है जिनका उपयोग सेल डीड या विक्रय लेख मै किया जाता है ।

गाव नक़्शे मै हमें गाव की सम्पूर्ण गट नम्बर सहित गाव के सम्पूर्ण क्षेत्र एवम गाव की सीमा का भी पता चलता है ।

जिस प्रकार सम्पूर्ण गाव का गाव नक्शा होता है । उसी प्रकार गाव के हर एक जमीन के गट नम्बर का एक गट नक्शा होता है ।

इस गट नक़्शे मै जमीन के मोजमाप DEMARCATION दिया जाता है । साथ ही जमीन के चारो दिशाओ मै जो गट नम्बर हे उनके नम्बर दिए जाते है ।

गट नक्शे मै दिए गये मापों के अनुसार जमीन की मोजणी की जाती है ।

हर एक जमीन के गट नक्शे से जमीन का आकार, क्षेत्र और मोजमाप का पता चलता है ।

जमीन का आकार किस प्रकार का है और जमीन कहा पर स्थित है इस तरह की महत्वपूर्ण बाते गट नक्शे से पता चलती है ।

हर एक गाव के प्रत्येक गट का रिकॉर्ड उस तालुका या तहसील के मोजणी ऑफिस मै रखा जाता है ।

जमींन मै बांधकाम या devlopment करने के लिए जमीन की सरकारी मोजणी Government Survey करना जरुरी होता है ।

उसके लिए गट नकाशा होना बहुत जरुरी है । गट नकाशा मै दिखाए गए स्केल के नुसार सरकारी मोजणी की जाती है ।

इसलिए कोई भी जमीन खरेदी करने से पहले उसका गट नकाशा देखना बहुत आवश्यक है ।

Sub-Division Map फालनी नकाशा

महाराष्ट्र के अनेको गाव मै “महाराष्ट्र जमींन एकत्रीकरण योजना” की गई । इस योजना के अनुसार बहुत से छोटे छोटे सर्वे नम्बर को गट नम्बर मै बदल दिया गया। उन्ही छोटे छोटे सर्वे नम्बर का जो नकशा है उसे फालनी नकाशा कहा जाता है ।

एक ही सर्वे नम्बर के अनेक हिस्सों का नक्शा इसमे होता है । इसी फालनी नकाशे को सर्वे नम्बर का नकाशा भी कहा जाता है ।

कभी कभी जमीन का मोजमाप करते समय कोई समस्या उत्पन्न हुई तो फालनी नकाशा निकालकर उसे गट नकाशा से जोडकर उस समस्या का समाधान किया जाता है ।

Devlopment Plan डी. पी. प्लान

नगरपालिका, महानगरपालिका क्षेत्रो मै आनेवाले शहरो का डी पी प्लान सरकार द्वारा निर्धारित किया जाता है ।

यह भी एक पालिका क्षेत्रो का नक्शा ही है ।

इस प्लान के अनुसार ही पालिका और महापालिका के क्षेत्रो मे Road, Garden, School, Park, Building, Hospital, इस तरह की Development, सरकार के निर्देश से किये गए डेवलपमेंट प्लान के नुसार ही किया जाता है ।

डी पी प्लान मै कौनसे जगह पर क्या बनाना है ये निश्चित किया होता है । और उसी के अनुसार शहर मै development के काम किये जाते है ।

डीपी प्लान मै शहर के अनेक भाग अनेक रंग से दिखाए आते है । ये रंग मतलब उस जमीन का झोन होता है । उस जमीन का उपयोग कौनसे काम के लिए करना है इसका ओ संकेत होता है ।

डीपी प्लांन मै अगर कोई जमीन का नम्बर पीले रंग से रंग है तो उसे रहिवास झोन कहते है । उसी प्रकार हरे रंग से फारेस्ट, गुलाबी रंग से industrial इस प्रकार के झोन दिखाए जाते है ।

किसी भी शहर मै जहा का डीपी प्लान निर्धारित है वहा उस डीपी प्लान के दायरे मै रहकर ही बांधकाम किया जाता है ।

N. A. LAYOUT MAP

जिस जमींन को खेती के काम से अलग करके उसके ऊपर किसी भी प्रकार का कंस्ट्रक्शन करने के लिया उसे बिगर खेती किया जाता है तो उसे N A LAND मतलब Non Agriculture Land कहा जाता है ।

अनेक बार खेती की जमीन को development के लिए घर बनाने या अन्य बांधकाम करने योग्य होने के लिए उस जमींन को बिगर खेती किया जाता है । जमींन मालिक अपने जमींन मै छोटे छोटे प्लाट बनाकर उसे बेच सकता है। लेकिन ऐसे छोटे प्लाट के नक़्शे को जिल्हाधिकारी से प्रमाणित करना पड़ता है ।

जिल्हाधिकारी से प्रमाणित करने के लिए छोटे छोटे प्लाट का जो नक्शा बनाया जाता है उसे ही N. A. LAYOUT PLAN कहा जाता है ।

इस प्लान मै प्लाट की साइज, रोड, ओपन स्पेस, गार्डन एरिया इस तरह की सम्पूर्ण जानकारी लिखी जाती है ।

ये प्लान कलेक्टर द्वारा प्रमाणित करने के बाद जमींन बिगर खेती हो जाती है ।

यह प्लान प्रमाणित करने के समय जिस प्रकार के अनुमति मांगी जाती है उस प्रकार की अनुमति जिल्हाधिकारी द्वारा दी जाती है । इस प्लान का उपयोग जमींन के खरेदी-बिक्री से लेकर जमीन के devlopment के लिए किया जाता है । ऐसे एने जमीन पर सरकार टैक्स लगाती है ।

Building / Bungalow Plan

घर, बिल्डिंग, बंगलो बनाने से पहले उसका एक नक्शा बनाया जाता है । इसमें जो बांधकाम करना है ।

उसके लम्बाई चोडाई कितनी होगी । बनाने वाले रूम कितने मोजमाप के होंगे ।

बिल्डिंग या बंगलो कितने माले की होगी । पार्किंग, गार्डन कहा होगा इस प्रकार का सम्पूर्ण प्लान तयार किया जाता है ।

बंगलो या फ्लैट लेने से पहले उसका प्लान देखा जाता है । उस बंगलो या फ्लैट मैप जो कमरे है उनका एरिया प्लान से पता चल जाता है ।

Real Estate मै किसी बी तरह का काम करना हो तो उसके लिया map की अत्यंत आवश्यकता होती है ।

अनेको प्रकार के नक़्शे की अनेक उपलब्धिया होती है । मैप या नक्शा रियल इस्टेट मै एक अविभाज्य घटक है ।

Originally published at https://estategyan.com on June 1, 2020.

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