Shubhiलघु कथा-मोहिनी (भाग-2)मोहिनी ने अभी अपने ससुराल की देहरी पर अपना पहला कदम रखा था, मन में अरमान लिए सहमी सकुचाई सी, मोहिनी अपने सपनों की दुनिया में इस कदर खोई थी…May 13, 20231May 13, 20231
Shubhiलघु कथा — ‘मोहिनी’ (भाग-1)जागीरदार की बेटी थी वह, माँ के ना होने पर धाय माँ ने पाला था, तीखे नैन नक्श वाली धाय माँ ममता से ओतप्रोत महिला थी। बच्ची को आंचल में…Oct 15, 2022Oct 15, 2022
Shubhiलघु कथा-माँ की परछाईहां मैं माँ हूं, माँ का दर्द वही जान सकता है, जो स्वयं किसी बेटी की माँ हो, बेटी माँ की परछाई होती है, उसकी दोस्त होती है। हर समय आगे पीछे…Oct 15, 2022Oct 15, 2022
Shubhiलघु कथा — ‘परोपकार’भाई बहनों में सबसे छोटी थी सपना, वह भोली भाली प्यारी सी लड़की थी। और उसकी आंखों से हमेशा शैतानी टपकती रहती थी।Oct 15, 2022Oct 15, 2022
Shubhiलघु कथा-कभी खुशी कभी गमआराधना स्कूल चलाती थी, उसे बच्चों से बहुत ही लगाव था, बच्चे भी उससे बहुत प्यार करते थे। अगर किसी कारणवश आराधना स्कूल नहीं आ पाती, तो…Oct 15, 2022Oct 15, 2022
Shubhiलघु कथा — ‘जय माता दी’स्कूल में रखी मां सरस्वती की प्रतिमा को नतमस्तक होते हुए अक्सर पीतांबरा, सरस्वती माता, काली माता, लक्ष्मी माता, का ध्यान करती थी। उसे यह…Oct 15, 2022Oct 15, 2022