*अपनी मर्यादाओ को समझो और नारी का सम्मान करो:- में स्त्री हूँ, में नारी हूँ, में कली हूँ, में फुलवारी हूँ,में दर्शन हूँ, में दर्पण हूँ, में नाद हूँ, में हि गर्जन हूँ,में बेटी हूँ, में ही माता हूँ, में बलिदान की गाथा हूँ,में श्रीमद भगवत गीता हूँ,में ही द्रोपदी…