PinnedKritika Tripathiजी ले जरा ❤वह मुस्कान ही क्या जो आंखों तक ना पहुंचे , वह ख्वाहिशें ही क्या जो मुट्ठी में बंद रह जाए , वह हां ही क्या ना में बदल जाए , वह आजादी ही…Aug 28, 2023Aug 28, 2023
PinnedKritika Tripathiसुकून ❤सुकून की तलाश में हम भटक रहे दर्द के एहसास को ले चल रहे उलझनों का उबाल जो है उठा उसको सुलझाने की दुआ कर रहे क्या हैं मेरे हाथ में क्या…Oct 24, 20231Oct 24, 20231
Kritika Tripathiआज क्या हुआ ?आज सुकून के थोड़ा करीब पाया खुद को, आज दर्द से कोसों दूर पाया खुद को |Oct 19Oct 19
Kritika Tripathiक्या हम आज़ाद हैं ?कभी हम पे ये समाज बंदिशें लगाता है | तो कभी हमारी खुद की सोच | तो कभी अपनों का प्यार | तो कभी लोग क्या सोचेंगे का ख्याल | तो कभी उस आज़ादी…May 23May 23
Kritika Tripathiकलम ❤कलम की ताक़त तुम क्या जानो, शब्दों से हम कहानी पिरोते | हम अपनी व्यथा और तकलीफ कोरे काग़ज़ पे लिख , मन खाली कर देते | हम ख़ामोशी को तोड़ते…Mar 23Mar 23
Kritika Tripathiसत्य ❤निर्भीक हूँ निडर हूँ क्यों कि सत्य मेरी ढाल है पापियों को सबक सिखाना चाह नहीं कर्तव्य है मेरा उनके द्वार कोई और आंसू ना गिरे ये संकल्प है…Feb 22Feb 22
Kritika Tripathiकुछ सवाल पूछें?क्या गिर के संभले हो कभी ? क्या नम आँखों के साथ मुस्कराए हो कभी ? क्या बिखरी हुई जिंदगी को समेटा है कभी ? क्या अपनी कमज़ोरियों से लड़ा है…Nov 17, 2023Nov 17, 2023
Kritika Tripathiमाँमाँ, अगर तुम होती आज पास तो समझ जाती माँ, अगर तुम होती आज पास तो दर्पण से ना पूछती चेहरे का हाल माँ, अगर तुम होती आज पास तो प्यार की कमी…Aug 28, 2023Aug 28, 2023
Kritika Tripathiवक़्तवक़्त ने आज हमसे कहां , ए मुसाफिर मैं मुठ्ठी में बंद रेत की तरह हूँ, जितनी ताकत से तुम मुझे रोकोगे , उतनी ही तेजी से मै फ़िसलुंगा | मुझे…Aug 26, 2023Aug 26, 2023