कलम ❤
Published in
Mar 23, 2024
कलम की ताक़त तुम क्या जानो, शब्दों से हम कहानी पिरोते |
हम अपनी व्यथा और तकलीफ कोरे काग़ज़ पे लिख , मन खाली कर देते |
हम ख़ामोशी को तोड़ते और सच्चाई को हथियार बनाते |
हम शब्दों से किसी को हिम्मत तो किसी को उम्मीद दे जातें |
हम कलम के ज़रिए बदलाव का परचम तेज़ी से लहराते |
हम विचारों की उत्पत्ति कर दुनिया का मुख मोड़ डालते |
हम तो उस स्याही से इतिहास को रच डालते |
हम कहते कलम तुम्हारा अंत तुम्हारा जाओ लिख दो एक नयी कहानी |
अपने उस कलम की ताक़त को पहचानो तो सही ❤