क्या हम आज़ाद हैं ?
Published in
May 23, 2024
कभी हम पे ये समाज बंदिशें लगाता है |
तो कभी हमारी खुद की सोच |
तो कभी अपनों का प्यार |
तो कभी लोग क्या सोचेंगे का ख्याल |
तो कभी उस आज़ादी के दुरुपयोग होने के किस्से |
तो कभी दूसरों से अलग होने का डर |
चलो मान लिया मिल गई आज़ादी तुमको |
क्या अडिग, निर्भय और शुद्ध रह पाओगे तुम?
क्या न्याय और सत्य के पथ पर चल पाओगे तुम?
क्या समाज के प्रति जिम्मेदारियों को निभा पाओगे तुम?
क्या खुद की कमियों से लड़ पाओगे तुम?
क्या किसी और की आज़ादी में सहयोग कर पाओगे तुम?