होली के रंग
Published in
Mar 6, 2023
जब उसको रंग लगाते होंगे
रंग ख़ुद भी इतराते होंगे
होंठों पर रंग चढ़ाना है
वो गालों को भी छुपाते होंगे
जब नाम हमारा आता होगा
वो थोड़े तो शर्माते होंगे
जो होली के दिन भी मिले नहीं
जाने कैसे वक़्त चुराते होंगे
क्या मैं ही सब कुछ गाता हूँ
वो किसी को कुछ तो बताते होंगे
पाँच साल का इश्क़ मेरा
और `जौन` साहब का एक शेर कहा
मैं अब तक अक्सर सोचा करता हूँ
जाने कैसे लोग वो होंगे
जो उसको भाते होंगे!