अंतिम विदाई
Published in
Sep 17, 2020
अश्रुपूर्ण नैनो से देती मां मैं तुझे विदाई
तेरे बिन इस रिक्त जगह की ना होगी भरपाई,
रस्मों में बंध तूने मुझको दूर देश है ब्याहा
पास नहीं चल दूर सही सिर पर है तेरा साया,
जब तक तेरे संग रही हूं ममता तेरी पाई
अब मायके में फिक्र किसे मैं आई या ना आई,
जब तुझको उम्मीद थी मुझसे तब मैं पहुंच ना पाई
अंतिम बेला में भी तेरे गले लिपट ना पाई,
तेरे बिन इस घर में हो गई सचमुच हो गयी आज पराई
बेटी ही क्यों घर छोड़े यह रीत समझ ना आई |