Kay
my tukbandi
Published in
Aug 26, 2021

किनारे.

तुम और मैं
हम किनारे बने रहेंगे

साथ चलेंगे हमेशा
एकदूसरे को सबसे ज्यादा जान लेंगे
जब कोई देखे नहीं तब नज़रें चुरा के नज़रों से बाते करेंगे
सब कह देंगे सब सुन लेंगे
बोल के, बिना बोले

लहरें छुएंगी तुम्हें, लहरें छुएंगी मुझे
हम हँस देंगे, एकदुसरे को छेड़ देंगे
लहरें आएगी जाएगी, हम रह जाएंगे बस फिर,
किनारे...

हम सतह से जानेंगे एकदूसरे को,
गहराइयों से अनजान
और फिर भूल जाएंगे कभी

किनारे रहेंगे
मिलेंगे नही कभी
क्योंकि मिले तो फिर नदी नही रह पाएगी