तुकबंदी

Vineeta Tewari
my tukbandi
Published in
1 min readJul 28, 2020

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तुकबंदी में शान बहुत है
कवि छोटा है ज्ञान बहुत है
चाहे जैसा जो लिखवा लो
शोहरत और सम्मान बहुत है

रीति

आगंतुक का स्वागत है जाने वाले तुझे प्रणाम,
भौतिक जग की रीति यही है जीवन पाता कब विश्राम |

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