तुकबंदी
Published in
1 min readJul 28, 2020
तुकबंदी में शान बहुत है
कवि छोटा है ज्ञान बहुत है
चाहे जैसा जो लिखवा लो
शोहरत और सम्मान बहुत है
रीति
आगंतुक का स्वागत है जाने वाले तुझे प्रणाम,
भौतिक जग की रीति यही है जीवन पाता कब विश्राम |
तुकबंदी में शान बहुत है
कवि छोटा है ज्ञान बहुत है
चाहे जैसा जो लिखवा लो
शोहरत और सम्मान बहुत है
आगंतुक का स्वागत है जाने वाले तुझे प्रणाम,
भौतिक जग की रीति यही है जीवन पाता कब विश्राम |
Freelance Hindi writer from the City of Nawabs.