PexelsPoetry With Tea: लेते हैं चाय का मजा शाम को…Rajendra Nehra·FollowPublished inmy tukbandi·Dec 16, 2017--3ShareHindi Poem: खुली हवा से मिलना शाम को...㇐㇣㇐ तुम भी घर से निकलना शाम को, ज़रा खुली हवा से मिलना शाम को. सावन का महीना है मेरे दोस्त! हमको भाता है टहलना शाम को.…www.mytukbandi.com