मर्चेंट धोखाधड़ी से सावधान!

Shruti Bhatt
PhonePe
Published in
3 min readSep 3, 2019

धोखेबाज आपके खातों से पैसे निकालने के लिए लगातार नए तरीके खोज रहे हैं. ऑनलाइन शॉपिंग करने वाले ग्राहकों की बढ़ती संख्या के साथ-साथ मर्चेंट फ्रॉड भी अपने चरम पर है. इस ब्लॉग में हम मर्चेंट फ्रॉड से सुरक्षित रहने के बारे में जानेंगे.

हम सभी ने ऐसे मामले अवश्य सुने होंगे जहाँ किसी खरीददार ने ऑनलाइन कुछ ऑर्डर या ऑनलाइन भुगतान किया हो लेकिन उसे वह प्रोडक्ट कभी मिला ही न हो. इसे ही मर्चेंट फ्रॉड के नाम से जाना जाता है! धोखेबाज आपके पैसे चुराने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. ऐसे मर्चेंट/सेलर ऑर्डर के लिए कुछ वस्तुओं के साथ एक फेक वेबसाइट का निर्माण करते हैं. कंपनी का पता, संपर्क नंबर, रद्द करने की नीतियाँ, रिटर्न एवं रिफंड तथा लेनदेन करने के लिए भुगतान गेटवे, ये सभी फर्जी होते है.

मर्चेंट फ्रॉड से बचें

मर्चेंट को ग्राहकों से भुगतान स्वीकार करने के लिए किसी भुगतान गेटवे के साथ साझेदारी करने की आवश्यकता होती है. भुगतान गेटवे या भुगतान प्रदाता से ये उम्मीद की जाती है कि ये किसी मर्चेंट को भुगतान सेवा मुहैया कराने से पहले अच्छे से उनकी/उनके पृष्ठभूमि (बैकग्राउंड) की जांच करते है.

इस प्रक्रिया से बचने के लिए मर्चेंट एनईएफटी (NEFT) के माध्यम से पैसे ट्रांसफर करने के लिए अपना एक व्यक्तिगत बैंक खाता या मर्चेंट क्यूआर कोड की बजाय अपना व्यक्तिगत क्यूआर कोड इस्तेमाल करते हैं. इस तरह से मर्चेंट एक वैध भुगतान माध्यम की नक़ल करते हैं और इसके बाद उनको बस अपने बिज़नेस को सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर प्रमोट करने तथा ग्राहकों द्वारा लेनदेन करने का इन्तजार करने की आवश्यकता होती है.

रिमाइंडर: PhonePe केवल रजिस्टर्ड और एक्टिव मोबाइल नंबर वाले मर्चेंट को ही ऑन-बोर्ड कराता है. मर्चेंट को एक ठोस वेरिफिकेशन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है, जिसमें उनकी केवाईसी डॉक्यूमेंट जांच और कई बार बिन बताएं कभी भी उनके स्टोर पर विजिट करना शामिल है. इस पूरी प्रक्रिया से गुजरने के बाद ही मर्चेंट PhonePe के माध्यम से भुगतान स्वीकार करने में सफल होंगे. इसीलिए आप जब भी PhonePe के माध्यम से भुगतान कर रहे हैं तो आप निश्चिंत होकर भुगतान कर सकते हैं.

मर्चेंट फ्रॉड के अधिकतर मामलों में देखा जाता है कि किसी भुगतान के पूरा होने या प्रोडक्ट की डिलीवरी डेट बीत जाने के बाद ही ग्राहक को इस बात का एहसास होता है कि कुछ तो गड़बड़ हुई है. सामान्यतया ऐसा होने पर ग्राहक वेबसाइट की कस्टमर सपोर्ट टीम से संपर्क करने की कोशिश करते हैं और तब उनको पता चलता है कि मर्चेंट उनके पैसे लेकर नौ दो ग्यारह हो चुका है. .

इस तरह आप धोखेधड़ी से बाख सकते हैं. आपको बस यह सब ध्यान में रखना है.

-सभी शॉपिंग वेबसाइट पर भरोसा मत कीजिये. कोई भी खरीददारी करने से पहले यह जांच ले कि उनकी वेबसाइट का कोई सोशल मीडिया पेज है या नहीं तथा उस पर ग्राहकों द्वारा दिए गये फीडबैक और रिव्यू की भी जांच कर ले.

- केवल भरोसेमंद शॉपिंग वेबसाइट से ही खरीददारी करें.

- किसी भी फ्रॉड वेबसाइट की शिकायत Google से करें.

- अपने पैसे वापस प्राप्त करने के लिए आपने फ्रॉड वेबसाइट पर जिस डेबिट/क्रेडिट कार्ड, बैंक खाते (यूपीआई) से भुगतान किया है, के खिलाफ एक चार्जबैक दर्ज कराएँ.

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