India vs भारत : Unveiling the Origins

जब हम अपने देश का नाम सोचते हैं, तो हमारे मन में दो नाम आते हैं — “भारत” और “इंडिया”. इन दोनों नामों की उत्पत्ति की कहानी दिलचस्प है।”भारत और इंडिया” एक विषय है जो इतिहासकारों, विद्वानों और जिज्ञासु दिमागों को दशकों से प्रेरित कर रहा है।

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4 min readSep 18, 2023

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इसका मतलब है कि भारत की पहचान की दोगुनाई विशेषता, जिसमें उसका प्राचीन, विविध और सांस्कृतिक धरोहर शामिल है, साथ ही उसकी आधुनिक, राजनैतिक एकीकरण वाली राष्ट्रीय एकता शामिल है। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम “इंडिया” और “भारत” शब्दों के महत्व को समझाने की कोशिश करेंगे |

भारत और इंडिया शब्द की उत्पत्ति कैसे हुई?

● इंडिया: “इंडिया” शब्द की उत्पत्ति इंडस नदी के नाम “इंडस” से हुई है। ग्रीक लोगों द्वारा इस नदी के पार की भूमि को वर्णित करने के लिए इस नाम का प्रयोग किया गया था, और बाद में पश्चिमी सभ्यताओं ने इसे भारत का नाम दिया। इंडिया का नाम ब्रिटिश शासककाल के दौरान उल्लेख में आया ।
● यह नाम भारतीय लोगों को दर्शाने के लिए प्रयोग होता है |
● भारत: “भारत” शब्द की उत्पत्ति हिन्दू पौराणिक कथाओं और प्राचीन ग्रंथों से जुड़ा है। इसका मानना है कि इसकी उत्पत्ति एक पौराणिक महाकवि राजा भरत से हुआ है, जो भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण व्यक्ति माने जाते हैं। “भारत” नाम का उपयोग हजारों वर्षों से भारतीय पौराणिक और ग्रंथों में किया गया है|

● “भारत” शब्द का उगम संस्कृत शब्द “भारतवर्ष” से भी है, जिसका अर्थ होता है “भारत की भूमि”। इस नाम का प्रयोग भारतीय उपमहाद्वीप को दर्शाने के लिए किया जाता है। हमारी प्राचीन भारतीय सभ्यता के साथ जुड़ा हुआ है |

कैसे हुआ भारत और इंडिया का ऐतिहासिक विकास:

● इंडिया: “इंडिया” आदर्श राष्ट्र-राज्य के रूप में आगमन ब्रिटिश शासकाल के दौरान हुआ। ब्रिटिश पूर्व इंडिया कंपनी ने इस शब्द को और भी प्रचलित किया ।

इस तरह, “इंडिया” और “भारत” के शब्दों के महत्व को समझने के लिए उनके ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और संदर्भों की गहरी खोज करने से हम उनके महत्व को और भी समझ सकते हैं।

● हिन्दू पौराणिक कथा: “भारत” नाम देवराज भरत के नाम पर आधारित है, जो भारतीय महाकाव्य महाभारत के महत्वपूर्ण पात्र थे। “भारत” नाम प्राचीन भारतीय ग्रंथों और पौराणिक कथाओं में हजारों वर्षों से प्रयोग में आता आया है।

संवैधानिक रूप से स्वीकृत नाम भारत या इंडिया ?

संवैधानिक और कानूनी रूप से देखे तो भारतीय संविधान में “भारत” नाम को आधिकारिक तौर पर भारत के हिंदी नाम के रूप में मान्यता दी गई है। हालाँकि, संविधान में अंग्रेजी नाम के रूप में “इंडिया” का भी उपयोग किया गया है। चर्चाएँ कानूनी स्थिति और आधिकारिक दस्तावेजों और सरकारी कामो में इन नामों के उपयोग के आस पास घूम सकती हैं|

देश का देशवासिओ के लिए योगदान

भारत दुनिया का एक अत्यंत प्राचीन देश है, जिसमें 10000 साल से भी ज्यादा का इतिहास है। यहां कई महत्वपूर्ण ग्रंथ और संस्कृति की महक है।

भारत विविधता का देश है, जिसमें विभिन्न भाषाएँ, धर्म, और संस्कृतियाँ मौजूद हैं। यहां अनेक जातियाँ और समुदाय हैं जो अपनी विशेषता के साथ एकसाथ रहते हैं।

● विश्व की एक अत्यंत महत्वपूर्ण आर्थिक ताकत है और यह विभिन्न क्षेत्रों में आधुनिक उद्योगों का केंद्र है, जैसे कि आवासन, सॉफ्टवेयर, और फार्मास्यूटिकल्स।
● इंडिया में एक बड़ी साइबर योगदान और इंटरनेट की गति हो रही है। यहां बहुत सारी तकनीकी कंपनियाँ हैं और यह वैश्विक साइबर सुरक्षा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
● इंडिया ने मंगलयान और अन्य अंतरिक्ष मिशनों के साथ अंतरिक्ष अनुसंधान में महत्वपूर्ण कदम इंडिया उठाए हैं।

ये तथ्य दिखाते हैं कि भारत या इंडिया दोनों ही एक महत्वपूर्ण और सकारात्मक देश हैं, जिनमें विशेषता है और जिनका योगदान विश्व के विकास में महत्वपूर्ण है।
शब्द कुछ भी हो चाहे इंडिया हो या भारत हो देश और देश के लोग ही मायने रखते है | हमारे देश में इतनी भिनत्ता होने के बाद भी सभी लोग शांति और प्रेम के साथ रहते है | देश से लोग नहीं बनते है लोगो से देश बनता है और इस देश के नागरिक होते हुए यह हमारा कर्तव्य है की हम अपने देश की यह एकता भांग न होने दे |

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