हिंदी हमारी माँ भी है, हिंदी हमारा मान भी है
“अंग्रेजी पढ़ी?” पिताजी ने चीख के सवाल पूछा। हमारे इम्तेहान के नंबर से ज़्यादा तो ये उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा का सवाल बन गया था!
अभी हमारे सेक्टर के पिछले मिलन समारोह में जन्माष्टमी का उत्सव मनाया गया था। कार्यक्रम के दौरान…