भारत की धन्य धरा पर अनेक-अनेक ऋषि, महात्मा, संत, मुनि जैसी दिव्य चेतनाएँ अवतरित हुई हैं और उनकी दिव्यता यही है कि जन्मोंजन्म…
धर्म और अध्यात्म — ऐसे दो महत्वपूर्ण शब्द है जो हर मनुष्य के अंतरंग विकास मार्ग के आधार-स्तंभ हैं। स्वयं के सत्-स्वरूप की अनुभूति…
धर्म जगत का मूल बिंदु है — निष्काम बनो। शास्त्रों के प्रत्येक सूत्र कामना छोड़ो, इच्छा छोड़ो, चाहत छोड़ो से भरे पड़े हैं।…
August के महीने में जब पूरे देश में स्वतंत्रता दिवस मनाने की तैयारियाँ चलती है और हर प्रांत अलग अलग ढंग से…
पिछले छः वर्षों से पश्चिम की भूमि पर जा कर अपने धर्म संबंधित सूझाव को प्रस्तुत करने का एक अनमोल अवसर जीवन से मिल रहा है। यह अवसर मुझे मेरी धर्म-मान्यता में सुदृढ़ कर रहे हैं और साथ ही साथ धर्म-अनुभव की प्रचुरता भी प्रगाढ़ हो रही है। वर्ष 2013 से 2018 तक के इन…