आकर झाँक लो अब तुम इस दिल में,पसरा है सूनापन आज भी महफ़िल में।
प्रेम के लिए आजकलकर लिए जाते हैंकुछ #वादेकुछ पूरे तोकुछ आधे।बनाए रखने वबचाये रखनेअक्षुण्ण इस प्रेम को…
खिड़कियों की खिलखिलाहटकमरों की किस्सागोईगलियारों की गलबहियाँबरामदे का बातूनीपनदर औ' दीवार का दीवानापनपर्दों का प्राकट्य प्रेम…